#सर्दी #ठंड #जाडे अब जैसे जैसे मौसम अंगड़ाई लेगा और कोहरे के साथ पाला पड़ेगा तो एक चाय की चुस्की,गर्मागर्म पकोड़े,हीटर की गर्मी और रजाई की निबास से सच्चा और अच्छा साथी कोई नहीं लगता...!! लेकिन जैसे जैसे ठण्ड बढ़ेगी एक जाट की रात उतनी ही मुश्किल से कटेगी, पूरा दिन खेत में गन्ना काटना और पूरी रात कतार में लग कर अपनी बारी का इंतज़ार करना और बारी आने पर मिल वाले से बहस हो जाना..!! जिस ठण्ड में पैर की ऊँगली से लेकर सिर के बाल भी जम जाए,उस ठण्ड में एक लोई और अटूट इच्छाशक्ति से पूरी रात और दिन 3 महीने तक काटना और अपनी मेहनत की रकम भी समय से वसूल न होना बहुत जिगर चाहिए हर साल ये सब सहने के लिए...!! ऊपर से खेल,देश,इज्ज़त और जुबान ख़ातिर जान देना भी कोई जाट ही कर सके है..! गर्व है इस महानता का अंश होने का,गर्व है मुझे जाट होने का...!! 😇 जय किसान जय जाट